Mountaineer Vijendra Saini , जो कोटपूतली के सैनी समाज के बेटे हैं, एक प्रमुख पर्वतारोही हैं। उन्होंने हाल ही में लद्दाख की सबसे ऊंची चोटी मचोई पीक (17694 फीट) पर तिरंगा लहराकर एक बार फिर क्षेत्र एवं प्रदेश का नाम रोशन किया है। यह उनके लिए गर्व की बात है और हम सभी को गर्व महसूस होता है।
Mountaineer Vijendra Saini |
विजेंद्र सैनी का जन्म राजस्थान के कोटपूतली शहर में हुआ । उनके परिवार में गरीबी के कारण उन्हें बचपन से ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । लेकिन उन्होंने कभी निराश नहीं होकर अपने सपनों को पूरा करने का निर्णय लिया ।
विजेंद्र सैनी की पहली पर्वतारोहण यात्रा उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण पल थी । उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष के बावजूद चोटी तक पहुंचने का संकल्प बनाया । उन्होंने अपनी ताकत और साहस का परिचय देने के लिए लद्दाख की मशहूर मचोई पीक का चुनाव किया ।
विजेंद्र सैनी की इस यात्रा में उनके साथ एक टीम भी थी , जिसमें अनुभवी पर्वतारोही भी शामिल थे । यह यात्रा बहुत कठिन और जोखिमपूर्ण थी , लेकिन विजेंद्र सैनी ने अपनी निरंतर मेहनत और संघर्ष के बावजूद इसे पूरा किया ।
मचोई पीक पर पहुंचने के बाद , विजेंद्र सैनी ने तिरंगा लहराकर अपने देश का गर्व बढ़ाया । यह उनके लिए एक अद्वितीय क्षण था , जब उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने का संकल्प पूरा किया । उन्होंने दिखाया कि कठिनाइयों के बावजूद भी संघर्ष करने वाले व्यक्ति कभी हार नहीं मानता ।
विजेंद्र सैनी की यह पर्वतारोहण यात्रा उनके लिए न केवल एक सफलता का प्रमाण है , बल्कि एक प्रेरणादायक कहानी भी है । उन्होंने दिखाया है कि सपनों को पूरा करने के लिए आपको अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए और कठिनाइयों का सामना करना चाहिए ।
विजेंद्र सैनी की यह पर्वतारोहण यात्रा हमें यह सिखाती है कि हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना करना चाहिए । यह हमें यह भी याद दिलाती है कि हमारे देश में ऐसे वीर लोग हैं , जो हमेशा अपने देश का मान बढ़ाते हैं और हमें प्रेरित करते हैं ।
विजेंद्र सैनी की यह पर्वतारोहण यात्रा हमें गर्व महसूस कराती है । उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपनी मेहनत और संघर्ष का परिचय दिया है । हमें गर्व है कि हमारे देश में ऐसे वीर लोग हैं, जो हमेशा अपने देश का मान बढ़ाते हैं और हमें प्रेरित करते हैं ।
विजेंद्र सैनी की यह पर्वतारोहण यात्रा हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना करना चाहिए । यह हमें यह भी याद दिलाती है कि हमारे देश में ऐसे वीर लोग हैं, जो हमेशा अपने देश का मान बढ़ाते हैं और हमें प्रेरित करते हैं ।