kushwaha caste
kushwaha caste | कुशवाहा कौन सी जाती है: कुशवाहा उत्तर और मध्य भारत की एक क्षत्रिय जाति है , जो प्राचीनकाल से ही कृषि और मधुमक्खी पालन में लगा रहा है और इस समुदाय के लोग आज विभिन्न कार्यों में नियुक्त है । इस समुदाय में विभिन्न उप-जातियां, जैसे कछी, कछ्वाहा, कोएरी , सैनी और मुराओ ( मौर्य ) शामिल हैं । भारतीय जाति व्यवस्था के तहत, कुशवाहा समुदाय को "पिछड़ा" या "अन्य पिछड़ा वर्ग" में वर्गीकृत किया गया है , जिससे उन्हें सकारात्मक भेदभाव नीतियों का लाभ प्राप्त होता है ।
कुशवाहा समुदाय की मूलभूत धार्मिकता शिव और शक्ता की पूजा में थी । लेकिन 20वीं सदी से, उन्होंने श्रीराम और सीता के जोड़े के जन्मे बेटे कुश के माध्यम से सूर्यवंश कुल के वंशज का दावा करना शुरू किया । समय के साथ, कुशवाहा समुदाय को व्यवसायिक पृष्ठभूमि और सामाजिक-आर्थिक स्थिति के समान जातीय पृष्ठभूमि वाले विभिन्न जाति समूहों का सम्मिलन करके एक विशाल समुदाय बनाया गया है ।
kushwaha caste | कुशवाहा कौन सी जाती है | kushwaha |
कुशवाहा समुदाय का इतिहास और संस्कृति काफी विविध और रोचक है । 20वीं सदी से पहले, कछिस, कोएरी और मुराओं समुदाय जो कुशवाहा समुदाय के अंग है , वे शिव और शक्ति के साथ जुड़े रहते थे । 20वीं सदी में, कुशवाहा समुदाय ने सूर्यवंश वंशज का धार्मिक मानते हुए अपने खुद को राम के पुत्र कुश से जुड़ा होने का दावा किया । 1920 के दशक में, गंगा प्रसाद गुप्ता ने कुशवाहा संस्कृतीकरण के पक्ष में कहा कि कुशवाहा परिवार कर्तिक महीने में हनुमान की पूजा करते थे , जो कि हिंदू पंचांग में माने जाने वाले एक महीने के दौरान की जाती है ।
इस दौरान, कई लोगों को यह संगत होता है कि कुशवाहा समुदाय का इतिहास के साथ गहरा संबंध है और इनकी प्रकृति और संस्कृति वर्षों तक बदलती रही है । कुशवाहा समुदाय के इतिहास में शिव, शक्ति, राम और हनुमान जैसे देवी-देवताओं का महत्वपूर्ण स्थान है । उनके धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम में इन देवी-देवताओं की महत्वता को देखते हुए बताया जा सकता है कि कुशवाहा समुदाय का धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास काफी खास और रोचक है ।
कुशवाहा समुदाय के इतिहास का अध्ययन करके पता चलता है कि इस समुदाय की संस्कृति और इतिहास में विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है । इसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि कुशवाहा समुदाय का संस्कृतिक और धार्मिक इतिहास काफी रोचक और महत्वपूर्ण है ।
समाप्ति में, हम यह साफ देख सकते हैं कि कुशवाहा समुदाय का इतिहास और संस्कृति भारतीय समाज के इतिहास और संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण है । इसे अध्ययन करके हम अपने समाज के प्यारे और न्यारे वारिसों के बारे में और भी बेहतर जान सकते हैं ।